Monthly Archives: April 2015

एक कहानी अनुभव और उम्र की..

कहते हैं उम्र बड़ी चीज होती है, लेकिन यह एक जरुरी सत्य हो यह भी जरुरी तो नहीं। कई बार और ज्यादातर बार देखने में तो यही आता है कि छोटी उम्र वाला भी कुछ ऐसा कर जाता है जहां … Continue reading

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नरबदा के बीचों बीच

नरबदा के बीचों बीच बहुत सारे पत्थर न जाने कब से खड़े हैं। इस बीच नदी में न जाने कितना पानी बह गया। न जाने कितना पानी हर रोज उन पत्थरों को छू कर निकलता चला गया। रोज़ ब रोज़ … Continue reading

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